Atmosphere Layers in order Hindi | ozone | वायुमंडल के परतें

नमस्कार दोस्तों studyknown ब्लॉग पोस्ट पर आपसभी का स्वागत है। आजके ब्लॉग पोस्ट पर हम Atmosphere Layers कोin Order के क्रम मेंजानने वाले है। जिसे वायुमंडल के परतें भी कहा जाता है। दोस्तों पृथ्वी को पूरी तरह से घेरने वाली वायु के परत को वायुमंडल के रूप में जाना जाता है। और, इसी वायुमंडल के कुछ पग (Step) होते है, जिसे परतें (Layers) कहते है। और, वायुमंडल पृथ्वी की सतह से लगभग 1000 किलोमिटर तक फैला हुआ है। लेकिन, वायुमंडल के कुल द्रव्यमान का 99%, 32 किलोमिटर के भीतर पाया जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि वायुमंडल पृथ्वी के गुरुत्वीय खिंचाव द्वारा आयोजित होता है।

तथा, वायुमंडल की संरचना में, नाइट्रोजन – 78%, ऑक्सीजन – 21%, आर्गन – 0.93%, कार्बोनडाईऑक्साइड – 0.03%, नियॉन – 0.0018%, हीलियम – 0.0005%, ओजोन – 0.0006%, और हाइड्रोजन – 0.00005% मात्रा पाया जाता है। और, वातावरण में कार्बोनडाईऑक्साइड कम मात्रा में मौजूद होते है। तथा, यह हवा का एक महत्वपूर्ण घटक है। और, इसमें गर्मी को अवशोषित करने की भी क्षमता होती है। और, इस तरह यह वातावरण को गर्म रखता है। जिससे पृथ्वी की गर्मी संतुलित रहती है।

वायुमंडल जल वाष्प और धूल से संबंधित होते है | Chapter Atmosphere Layers in Order

  • जल वाष्प वायुमंडल का सबसे महत्वपूर्ण घटक है।
  • और, जहा तक मौसम पर इसके प्रभाव का संबंध है।
  • इसकी मात्रा व्यावहारिक रूप से लगभग 4% तक होते है।
  • तथा, जल वाष्प सभी बादलों और वर्षा का स्रोत होते है।
  • और, कार्बोनडाईऑक्साइड की तरह जल वाष्प में भी,
  • ऊष्मा ऊर्जा को अवशोषित करने की क्षमता होती है।
  • और, यह हाइड्रोलॉजिकल चक्र को भी नियंत्रित करता है।
  • तथा, हवा में मौजूद प्रदूषित कण न केवल बड़ी मात्रा में धूप को अवशोषित करता हैं,
  • बल्कि स्थलीय विकिरण को भी अवशोषित करने की समता इसमें है।
  • और, वायुमंडल में धूल सूर्योदय एवं सूर्यास्त में लाल होते हैं, तथा, यह नारंगी रंग में योगदान करती है।      

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वायुमंडल के पांच परतें

  • वायुमंडल में पांच अलग-अलग परतें होते हैं –
  • जैसे, क्षोभ मंडल (Troposphere),
  • समताप मंडल (Stratosphere),
  • मध्यमंडल (Mesosphere),
  • बाह्य वायुमंडल (Thermosphere),
  • बहिर्मंडल (Exosphere)
Atmosphere Layers in Order
Atmosphere Layers in Order

‘’Troposphere | क्षोभ मंडल’’

  • यह वायुमंडल की पहली परत है।
  • और, यह भूमध्य रेखा पर 18 किलोमिटर,
  • तथा, ध्रुव पर 8 किलोमिटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है।
  • और, इस परत में ऊँचाई के साथ तापमान कम हो जाता है,
  • तथा, घनत्व भी कम हो जाता है,
  • इसलिए क्षोभ मंडल पर अवशोषित गर्मी कम होती है।
  • और, इसकी वायुमंडल में 90% से अधिक गैसें होती हैं,
  • इसीलिए इस परत में अधिकांश जल वाष्प बनते है।
  • और, सभी मौसम परिवर्तन क्षोभमंडल में होते हैं।
  • तथा, गर्मी में क्षोभ मंडल की मोटाई वृद्धि होती है।
  • और, जिस ऊँचाई पर तापमान घटता है,
  • उसे क्षोभसीमा यानि ट्रोपोपॉज़ (Tropopause) भी कहते हैं।
  • तथा, ट्रोपो का अर्थ परिवर्तन भी होता है।
  • इसके साथ क्षोभ मंडल में तापमान -58 डिग्री सेल्सियस तक कम भी हो सकता है। 

Stratosphere | समताप मंडल     

  • यह वायुमंडल की दूसरी परत है।
  • और, यह ट्रोपोपॉज़ से लगभग 50 km. तक फैला हुआ है।
  • तथा, इस परत में मौजूद ओजोन द्वार सूर्य की पराबैंगनी विकिरण को,
  • अवशोषण करने के कारन इस मंडल का तापमान बढ़ जाता है।
  • और, बाद में यह तापमान धीरे-धीरे बढ़कर के 4 डिग्री सेल्सीयस तक हो जाता है।
  • इसके साथ, समताप मंडल की परत बादलों एवं संबंधित मौसम की घटनाओं से मुक्त होते है।
  • इसलिए, यह बड़े जेट विमानों के लिए आदर्श उड़ान की स्थिति प्रदान करता है।
  • और, लगभग 50 km. पर समताप मंडल का तापमान फिर से गिरने लगता है।
  • जिससे इस मंडल के अंत का प्रतीक माना जाता है।
  • और, समताप मंडल के अंत को स्ट्राटोपौसे (Stratopause) कहा जाता है।

‘’Mesosphere | मध्यमंडल’’

  • समताप मंडल के ऊपर मध्यमंडल निहित होते है।
  • तथा, मध्यमंडल 80 किलोमिटर की ऊंचाई तक फैला हुआ होता है।
  • और, इस मंडल में तापमान फिर से कम हो जाता है,
  • जो, कि -90 डिग्री सेल्सियस के रूप में कम होता है।
  • और, इस परत के अंत को मेसोपॉज के रूप में भी जाना जाता है।
Thermosphere | बाह्य वायुमंडल | ionosphere | आयनमंडल  
  • बाह्य वायुमंडल ,मध्यमंडल के ऊपर स्थित होते है।
  • और, यह परत लगभग 640 किलोमिटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है।
  • तथा, इस परत में Temperature नाटकीय रूप से बढ़ जाता है,
  • जो, 1480 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
  • और, Temperature के वृद्धि में इस तथ्य का कारन यह है, कि
  • इस परत में गैस अणु सूर्य की X-ray और पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित करते हैं।
  • इसीलिए इसके परिणामस्वरूप गैस के अणुओं का सकारात्मक,
  • तथा, नकारात्मक रूप से आवेशित कणों से संबंध टूट जाता है।
  • और, इस प्रकार, इस परत को आयनमंडल यानि ionosphere के रूप में भी जाना जाता है।
  • तथा, आयनमंडल के विद्युत आवेशित गैस अणु रेडियो तरंगों को दर्शाता है,
  • जिसके लिए यह पृथ्वी को वापस अंतरिक्ष में लाते में सक्षम होते हैं।
  • और, इस प्रकार, यह परत लंबी दूरी के संचार में भी मदद करती है।
  • आयनमंडल हमें उल्काओं और अप्रचलित उपग्रहों से भी बचाता है।
  • क्योंकि इसका उच्च तापमान पृथ्वी की ओर आने वाली लगभग सभी मलबे को जला देता है।

‘’Exosphere | बहिर्मंडल’’

  • यह परत आयनमंडल के ऊपर में स्थित होते है।
  • और, आयनमंडल से आगे बहिर्मंडल लगभग 960 किलोमिटर तक तक फैला हुआ है।
  • तथा, यह धीरे-धीरे अन्तर्ग्रहीय स्थान में विलीन हो जाता है।
  • और, इस परत में तापमान लगभग 300 डिग्री सेल्सियस से लेकर,
  • 1650 डिग्री सेल्सियस तक होता है।
  • तथा, इस परत में केवल ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, आर्गन
  • और, हीलियम जैसी गैसों के निशान होते हैं,
  • और, गुरुत्वाकर्षण की कमी से गैस के अणु अंतरिक्ष में आसानी से भाग जाते हैं। 
Atmosphere Pressure | वायुमंडल के दबाव       

दोस्तों Atmosphere Layers को in Order के क्रम में वर्णन करने के साथ साथ वायुमंडल के दबाव के बारे में भी जानना जरूरी है। इसीलिए, इस post में वायुमंडल के बारे में जानकारी को जोड़ा गया है। सबसे पहले जानते है Atmospheric Pressure यानि वायुमण्डलीय दबाव काया होते है?

  • वायुमंडलीय दबाव उस बिंदु से ऊपर हवा के स्तंभ के वजन के कारन,
  • पृथ्वी की सतह पर किसी भी बिंदु पर दबाव को कहा जाता है।

”Pressure Measuring Instruments” | ‘’दबाव मापने के उपकरण’’

  • अनेरोइड बैरोमीटर, (Aneroid Barometer)
  • ऊंचाई बैरोमीटर, (Altitude Barometer)
  • मरकरी बैरोमीटर, (Mercury Barometer)
  • वायु दाब लेखी, (Barograph)
  • माइक्रो बारोमेटेर, (Micro Barometer) etc….

“Important points about Measurement and Units of Atmosphere”

  • पारा बैरोमीटर, वायुमंडल के दबाव को मापने के लिए मानक उपकरण होते है।
  • और, दबाव सेंटीमीटर या पारा को इंच में व्यक्त  करने के लिए,
  • पारा स्तंभ की ऊंचाई का एक सही माप होता जरूरी हैं।
  • और, मानक समुद्र तल का दबाव 76 cm या 29.92 inches का है।
  • तथा, मौसम चार्ट बनाने में मौसम विज्ञानियों द्वारा उपयोग किया जाने वाला,
  • दबाव इकाई को Millibars के रूप में जाना जाता है।
  • और, जब ”One bar” को 1000 millibars में विभाजित किया जाये तो,
  • उस, Millibars को हेक्टोपस्कल (Hectopascals) के रूप में भी जाना जाता है।
  • और, एक वायुमंडल का दबाव = 760 mm of Hg  = 1013.25 millibars होते हैं।
Role of Weather and Climate in the atmosphere      
  • मौसम एक विशेष समय में एक छोटी अवधि के लिए,
  • एक विशेष स्थान के वायुमंडलीय स्थितियों का वर्णन है।
  • और, मौसम की एक लंबी अवधि में जलवायु मौसम की समग्र या एकीकृत तस्वीर है।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ Atmosphere Layers की यह पोस्ट को पड़कर आपसभी को अच्छा लगा हो। और, इस पोस्ट में वायुमंडल के सभी परतें (Layers) को in Order के क्रम में आसान तरीके से वर्णन किया गया है। यदि यह पोस्ट आपसभी को पसंद आया है तो कृपया इन पोस्ट को Facebook, twitter, pinterest और Instagram जैसे Social Sites पर Share करे। और, यह पोस्ट पड़ने के लिए आपसभी का धन्यवाद

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